
दुर्घटना में अपनी आंखे खो चूके दिव्यांग दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर
फागुलाल रात्रे, लवन। गरीबों के जनकल्याण के लिए सरकार विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाकर गरीब कल्याण का दावा करती है। लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों की अनदेखी के कारण जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र लोगों को सही समय पर नहीं मिल पता है। जिसकी वजह से पात्र हितग्राही शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिए दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर होते है। ऐसा ही मामला नगर पंचायत लवन एक युवक अनुप कुमार दुबे पिता रामखिलावन दुबे उम्र 43 वर्ष के साथ हो रहा है। युवक आज से करीब 20-25 वर्ष पहले इलेक्ट्रिकल का कार्य करता था। इस दौरान युवक अचानक से एक दुर्घटना का शिकार हो गया। इस दुर्घटना की वजह से युवक दृष्टिहीन हो गया। जिसके संबंध में जिला चिकिसालय बलौदाबाजार के द्वारा दिव्यांगता प्रमाण पत्र प्रदान किया गया है। दिव्यांग होने की वजह से युवक को अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। दिव्यांग युवक का कोई परिवार नहीं है, न ही उसके माता-पिता है और न ही उसके सगे संबंधी है। युवक अकेला रहता है, दृष्टिहीन होने की वजह से मजदूरी भी नहीं कर सकता है। युवक के पास मकान भी नहीं है, जहा मिले वही सो जाता है। चूंकि युवक के पास रहने को घर नहीं है इस वजह से युवक कहीं से भी भोजन मिलता है तो खा लेता है, नहीं मिले तो भूखा ही रहता है। युवक वर्तमान समय में नगर पंचायत कार्यालय परिसर के मुख्य गेट के पास रहता है। लाॅकडाउन 2020 से खुले आसमान के नीचे रहते आ रहा है। कोई लाकर दे देता है तो खाना नसीब हो जाता है, खाना नहीं मिलने पर भूखा पेट ही यीवन-यापन करने पर मजबूर है। युवक दृष्टिहीन होने के साथ-साथ शारीरिक स्थिति भी कमजोर हैं। कहीं भी आ जा नहीं सकता है, एक स्थान पर लम्बे समय तक पड़ा रहता है। दृष्टिहीन युवक अनुप दुबे का कहना है कि उनको शासन की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा हैं, अभी तक न ही पेंशन बना है, और न ही राशन कार्ड बन पाया है। युवक अपनी समस्याओं को लेकर दूसरे के सहयोग से 14 मार्च को कलेक्टर जनदर्शन में लिखित में आवेदन देकर शासन-प्रशासन की योजनाओं का लाभ दिलाने का मांग उनके द्वारा किया गया है। युवक ने कहा है कि पेंशन और गरीबी रेखा का प्रमाण पत्र बनाने की मांग युवक के द्वारा लम्बे समय से किया जा रहा है, फिर भी उनकी मांगों को अब तक पूरा नहीं किया जा सका है। जिसकी वजह से युवक दर-दर की ठोकर खाने पर मजबूर हो रहे है। वही, लवन नगर पंचायत के जिम्मेदार जनप्रतिनिधि युवक की स्थिति को जानते हुए भी अब तक किसी भी प्रकार का लाभ नहीं दिला पाये है। युवक को नगर पंचायत कार्यालय में ही बैठा रहता है जनप्रतिनिधियों की नजर रोजाना पड़ती है, लेकिन युवक को देखकर किसी को भी उसकी स्थिति पर तरस नहीं आ रहा है। शायद यही वजह है कि युवक दर-दर की ठोकर खाने पर मजबूर है।
क्या कहते है सीएमओ साहब
युवक ने विकलांगता प्रमाण पत्र और आधारकार्ड जमा किया है, उसके द्वारा पासबुक अभी तक जमा नहीं किया गया है। तीनो डाक्यूमेंट कम्पलीट होने पर पीआईसी की बैठक में स्वीकृति पश्चात आनलाइन किया जावेगा। जिसके बाद प्रशासन स्तर से उसे लाभ मिलना शुरू हो जायेगा।
प्रणव प्रवेश प्रधान, सीएमओ
नगर पंचायत लवन
क्या कहते है नगर उपाध्यक्ष
युवक असहाय, दृष्टिहीन है वह सही है, लेकिन नगर पंचायत कार्यालय में रहना वह सही नहीं है। यदि नगर पंचायत कार्यालय का कोई भी शासकीय दस्तावेज गायब हो जाता है तो उसका जवाबदार कौन रहेगा। अनुप दुबे को उसके राशन कार्ड से पहले राशन मिलता था। अभी पेशन के लिए डाक्यूमेंट मंगाया गया है, डाक्यूमेंट जमा करने पर पेंशन का लाभ मिलना शुरू हो जायेगा और रहने के लिए अस्थाई रूप से प्रतीक्षा बस स्टैण्ड में रह सकता है, नगर पंचायत में रहना उचित नहीं होगा।
रामकुमार साहू उपाध्यक्ष
नगर पंचायत लवन